किसी स्त्री की ओर किसी पुरुष का आकर्षित होना स्वाभाविक एवंम प्रकिर्तिक है, किन्तु किसी स्त्री से अभद्र, हिंसक,अशलील एवंम किसी भी प्रकार का दुर्वेहवार करने वाला पुरुष ना केवल मानसिक रूप से बीमार है बल्कि उसकी आत्मा भी रोगी है ।यदि घर के भीतर स्त्री को उचित सम्मान मिले तो घर में पल रहे बालकों को बालपन से ही यह ज्ञान मिलेगा की स्त्री का सम्मान करना आवश्यक है ,यदि बालपन से ही उचित मार्गदर्शन हो तो ये बालक जब युवा अवस्था को पहोंचेंगे तो मुझे विश्वास है ये स्त्री को उचित सम्मान आवश्य देंगे।।
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