Sunday 25 May 2014

समय चक्र और हम ।

मीट्टी के बर्तन का निर्माण कुम्हार जिस अथक परिश्रम,शांत मन,एकाग्रता, और कुशलता से करता है यदी हम अपने भविष्य का निर्माण भी उसी प्रकार करें तो मुझे विशवास है की हम उसमे आवश्य सफल होंगे , जिस प्रकार चक्र पर कुम्हार सुन्दर घड़े का निर्माण करता है उसी प्रकार हम भी यदि समय के चक्र से ताल मेल कर लें तो सुन्दर घड़े के समान सुन्दर भविष्य का निर्माण आवश्य कर सकते हैं।

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